New Shayari in Hindi | New Love Shayari for girlfriend
मैनें रोनें की आवाज़ सुनकर इधर उधर देखा...
आख़िर में पता चला कि मेरे अंदर से आ रही आवाज़ थी वो...!!
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तुम तो क्या जानते थे हाल हमारा...
हमें तो एक अरसे से पता है... की अंजाम क्या होगा...!! Read more shayari...
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जो तुम राखी पर कहती हो कि... मत दो... वक़्त आएगी माँग लूँगी मैं...
कलेजा तोहफ़े में दे देंगे... माँग कर देख लेना दी...!! Read more shayari...
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लोगों ने बताया था कि रास्ते बिछड़ते हैं तो दिक्कत होती है...
पर शायद मैं समझ नहीं पाया कि आदमीं चिरता हुआ बंट जाता है दो हिस्सों में...!! Read more shayari...
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रुक कर देखा ही नहीं... असर दुआओं का...
शायद तुम्हें सब कुछ बहुत जल्दी चाहिए रहा होगा...!! Read more shayari...
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कहनें को वो भी किसी से इश्क़ करता है...
करनें को तो सुना कि हर किसी से इश्क़ करता है...!! Read more shayari....
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हँसकर मेरे ग़मों पे वाह वाह कहते हैं...
मेरे यार भी आज़कल मुझे बड़ा शायर समझते हैं...!! Read more shayari...
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वो रो देती है मुझे याद कर के कभी कभार...
अब इसे भी मोहब्बत न समझें तो ख़ुद से बेईमानी होगी...!! Read more shayari...
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सूरज से चमकनें का हुनर सीख रहे लोग...
सूरज सा अकेला मगर कोई रहना नहीं चाहता...!! Read more shayari...
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आख़िर में पछताना न हो आज की दौड़ भाग के लिए...
ज़रा सम्भलकर खर्च कीजिए... अपनीं उम्र को आप...!! Read more shayari...
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मैं रुका नहीं था हमेशा की खातिर...
मगर वो जो ख़ुश हैं... तो ज़श्न रोकना क्यों...!! Read more shayari....
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अब भी कई बार मुझे ख़ुद से शिकायत रहती है...
मगर अब मैं सोच के दलदल में फँसता नहीं हूँ...!! Read more shayari...
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कभी कभी... मैं निराश होता ज़रूर हूँ...
मगर पता है कि दुनियाँ की जंग जीतनें से पहले ज़हन की जंग जितनीं ज़रुरी होती है...!! Read more shayari...
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अबकी दूर रहेंगे सबसे...
कोई मुस्कुराएगा भी तो... नज़रें झुका लेंगे...!! Read more shayari....
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काम नहीं था कोई... पर हाल पूछ लिया उनका...
उन्हें लगा कि शायद... उनकी जरूरत होगी...!! Read more shayari....
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मेरे बग़ैर... कहीं तो गुज़रती होगी शामें तुम्हारी...
दुआ है कि वो सफ़र मेरे साथ से बेहतर हो ख़ुदा...!! Read more shayari...
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मैं तुम्हारे हक़ में दुआ माँगता ज़रुर...
मग़र ये हक़ तुमनें दिया ही नहीं...!! Read more shayari...
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कहनें को तो बात भी तोहफ़ा है शायरों के लिए...
वरना तो कुछ लोग जान देनें पर भी ख़ुश नहीं होते...!! Read more shayari...
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अब शर्त रखनें की बातें नहीं करता मैं महफ़िल में...
लोग जिंदगी माँग लेते हैं मज़ाक के नाम पर...!! Read more shayari...
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मौका एक तो मिलना ही चाहिए था ग़लती सुधारनें का...
मैं ख़ुदा से लड़ूँगा... इस नाइंसाफी के लिए...!! Read more shayari...
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क़भी कभी मज़ाक में की गई गलतियों की चुभन इतनीं होती है... कि... ख़ुद को ग़लत कहते कहते हमें ख़ुद से नफ़रत सी होनें लगती हैं...!! Read more shayari...
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गुज़र जाए ये रात तो ज़रा सुकून मिले...
हर रात बस यही एक ख़याल हमें सोनें नहीं देता...!!
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ख़ास नहीं था... पर परिचित तो था वो...
ख़ाब उसका टूटा है जब से... मुझे कुछ अच्छा लग नहीं रहा...!!
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कोई टोकता नहीं पर देर हो गई है आज भी...
अब घर नहीं हूँ ना... कोई अपना नहीं है यहाँ...!!
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मैनें कुछ देर में सोचा की ठीक हो जाएगा...
मग़र ये तकलीफ़ें जिंदगी की... गुज़रती ही नहीं...!!
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तुम जलते हुए चरागों से रौशनी माँगों...
हम बुझते हुए दियों से चमकने का हुनर सीखेंगे...!!
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तुम लगाकर देखो मेरे भोले को सीनें से...
तुम्हें अपना न लें वो... तो कहना...!!
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कह देनें से मुश्किलें कम नहीं होती लेक़िन...
जब कोई हक़ से समझाकर कहता है ना... सुकूंन मिल जाता है...!!
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वो कहनें आया था कि मन भर गया है अब...
मैनें अपना दिल दे दिया और वो खेलनें में भूल सा गया...!!
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उस एक दिन के लिए हर दिन लड़ते जा रहे हैं...
जिस सुबह लोग कह दें...की रातों रात किस्मत खुल गई इसकी...!!
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तक़लीफों से भी हमारी अच्छी दोस्ती है आज़कल...
रोज़ मिलते मिलाते रिश्ते बन ही जाते हैं...!!
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अब तो हमारी गिनती भी ग़ैरों में होती होगी...
अब वो पहले सी बातचीत कहाँ होती है...!!
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बढ़ जाती है जुगनुओं की भी जगमगाहट उस वक़्त...
जब मेरे श्याम के नाम की चर्चा होती है हर शाम...!!
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और भी वज़हें हैं उदास होनें के लिए...
इश्क़ बिखर जाना ही एकलौती वज़ह नहीं होती...!!
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मेरे मयार की तलवार अब काम की रही नहीं...
ये हारा ज़हन... अब मुर्दा कहनें के लायक ही बचा है...!!
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वो हर शख़्स इस समय का गुनाहगार है...
जो हाँथ बांधे... ज़ुबान सिले... सिर्फ़ देखता रहा...!!
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कहीं सिमट के रह गए हैं... मेरे ख़ाबों के परिंदे...
पर मैं वो बुज़दिल नहीं जो किसी का क़त्ल देखता रहे...!!